Healthy tips for women.

Hi dear,
              Today I'll be share with u some
Easy health tips for women hope you like it.


खुबसुरत चमकदार स्किन हर औरत का सपना होता है। उम्र के तिसरे पड़ाव तक आते आते चहरे की त् वचा ढलने लगती है और फिर शूरू होते हैं पार्लर के चक्कर और लंबे लंबे बिल्स। आमतौर पर हम उन लोगो से आकर्षित हो जाते है जिनकी त्वचा साफ और ग्लोइंग है क्योंकि यह हेल्दी होने के लक्षण हैं। हेल्दी चमकदार त्वचा पाने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते।
             सबसे पहले तो यह पता लगाना होगा कि आपकी त् वचा मौसम के बदलने पर रूखी क्युं हो रही है। आयूर्वेद में इसका कारण वातावरण के बदलाव को बताया गया है। वातावरण केवल प्राकृतिक ही नहीं बल्कि शारीरीक बदलाव को बी माना गया है, जैसे मानसिक तनाव, खान-पान में बदलाव। इन सबके बावजूद यदि आप अपनी स्किन को हेल्दी रखना चाहती हैं और सुंदर दिखना चाहती हैं तो अपनाएं यह आयुर्वेदिक टिप्स।

               सब्जियों का साथ नहीं छोड़ें

उन सब्जियों का सेवन ज्यादा करें जिनमें पानी की म ात्रा अधिक हो। यह सब्जियां आसानी से पच जाती हैं । गाजर, खीरा, मूली यह कुछ आयुर्वेद के द्वारा सुझाइ हुई सब्जियां हैं। इन सब्जियों में सारे तत्व समाहित हैं और यह हर तरह की त्वचा के लिए फायदे मंद हैं। तिनों सब्जियों और नींबु के रस को मिक्स क रके बनाया हुआ सेलेड चमकदार त्वचा के लिए सबसे बेसिक इलाज है।


                       पंछी की तरह खाएं

आयुर्वेद के अनुसार थोड़ा थोड़ा खाना और खाने में बीज और दानों का इस्तेमाल करना बदलते वातावरण में त्वचा के लिए फायदेमंद है। दानों या स्प्राउड्स में फाइबर होता है जो हेल्दी डाइजेशन में मदद करता है।

                                चाय पिएं

चाय पिनें से आपकी त्वचा हमेशा जवान दिखेगी। दिनभर में तीन से चार बार कुछ गरम लिक्विड लेते रहैं जैसे मसाले वाली चाय, अदरक की चाय, जिससे आप हमेशा हाइड्रेड रहेंगीं। इससे आपकी त्वचा भी निखरेगी।

                             व्यायाम करें    

              रोजाना एक्सरसाइज आपको हेल्दी और एक्टीव रखेगी। मॉर्डन डॉक्टर भी यह सलाह देते हैं और आयुर्वेद में भी संतुलित रक्त स्त्राव और डाइजेशन के लिए एक्सरसाइज को जरूरी माना गया है। एसी ए क्सरसाइज का चुनाल करें जो आपको ज्यादा थकाएं नहीं और एनर्जी भी दें, जैसे योगा, डान्सींग या जॉगींग।




                धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें

भावनात्मक और मानसिक तनाव चहरे की रौनक ख त्म कर देता है। तनाव चहरे से सारा नूर खींच लेता है और चहरे की खुबसुरती कम होती नजर आती है। मेडिटेशन या सांस को धीमे धीमे अंदर लेना और छोड़ना तनाव दूर करता है।

                             अच्छी नींद लें                  

किसी भी तनाव और शारीरिक परेशानी से दूर रहने का सबसे अच्छा तरीका है आप भरपूर नींद लें। मॉर्डन डॉक्टर्स या आयुर्वेद के डॉक्टर्स का भी यही मानना है कि कम से कम सात घंटे की नींद अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। रात की सुकुन भरी निंद से आपकी त्वचा दिन में चमकती हुई दिखेगी।  

   


              अच्छे कॉस्मेटिक का इस्तेमाल करें    

अंदर से हाइड्रेड रहने के साथ साथ त्वचा का बाहरी रूप से खयाल रखना भी जरूरी है। त्वचा के लिए क्लिंजींग और मॉस्चराइजिंग सबसे ज्यादा जरूरी है। ड्राइ स्किन के लिए तेल की मसाज सबसे ज्यादा फायदेमंद है। हफ्ते में एक बार बॉडी मसाज आपकी त् वचा को निखारेगी। मसाज आपको दिमाग से तनाव मुक्त और ज्यादा फोकस रखेगी।      

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पाचन तंत्र हमारे शरीर के भीतर स्थित महत्वपूर्ण अंग है। यह हमारे भोजन को पचाता हैं एवं उसमें से मिले पौष्टिक तत्वों को शरीर को प्रदान करता है। यही सार तत्व हमारे सर्वांग के काम आता है इसलिए पाचन तंत्र का सदैव सही रहना आवश्यक होता है। सुबह सवेरे अच्छे से पेट साफ होना, हेल्थी होने की सबसे बड़ी निशानी है।
            खान-पान में अनियमितता, भागदौड़ भरा जीवन और इसके चलते पैदा हुआ तनाव, हर सुबह मोशन की जंग लड़वाता है। कब्ज से सिर्फ बूढ़े ही नहीं जवान भी परेशान रहते हैं। नींद पूरी न होना, तनाव-भय-चिंता या शोक आदि से भावनात्मक दबाव पैदा होता है। नशीली दवाएं व स्मोकिंग भी कब्ज का कारण है। 

अपने जीवन में इन नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए बेहतर पाचन के लिए इन सरल उपायों को अपनाये

                        1: गर्म पानी पिएं

भोजन पचाने में परेशानी हो रही हो तो गर्म पानी पिएं । सुबह गर्म पानी पीने और भोजन से पहले कम से कम तीस मिनट पहले पानी पीने से पाचन तंत्र साफ रहता है।

                 2: खाना सही तरीके से खाए         

    भोजन के बाद अपच की परेशनी से बचने के लिए खाना खाने का सही तरीका अपनाये। खाना खाने से पहले फल खाए उसके बाद जटिल भोजन करे इस तरह से आप ज्यादा खा पाएंगे और पाचन समस्याओं से बचे रहेगें।
            3: हमेशा शांति से बैठ कर भोजन करे

आप कैसे खाना खाते है इससे भी आप के पाचन पर असर पढ़ता है। इस लिए हमेशा सुकून और घर वालो के साथ बैठ कर भोजन करे। ना की टी वी देखते हुए। क्यों की सही तरीके से बैठ कर भोजन करने से हमारा पाचन हमेशा अच्छा रहता है।   

                   4: खूब सारा पानी पिएं

यह भी पाचन की परेशनी के लिए सबसे अच्छा उपाय है। रोज़ 8-10 गिलास पानी पिएं इसे कब्ज़ की परेशनी से रहत मिलती है और मल भी साफ हो जाता है।

                     5: नींबू पानी पिएं

अगर आपको सुबह गर्म पानी पीना पसंद नहीं है, तो एक गिलास में नींबू का रस निचोड़ कर उसे पिएं। इस से आपके पेट में बन रहा एसिड कम हो जायेगा और आपका पेट भी साफ रहेगा।

                           6: मालिश करे

सुबह उठ कर व्यायाम या मालिश करे इससे पाचन में लम्बे समय तक सुधार में मदद करेगा। कुछ अच्छे तेलों के साथ अपने पेट की मालिश करे।

                  7: खाना अच्छे से चबा कर

खाए खाना खाने का सबसे अच्छा तरीका है छोटे कौर और अच्छे से चबा कर खाएं। इस से आप के मुंह में कार्बोहाइड्रेट बनेगा जिससे एमाइलेज पैदा होंगे और इसे आप का पाचन अच्छा रहेगा।

                     8: फाइबर से दोस्ती करे

चेरी, अंगूर, घंटी मिर्च, साबुत अनाज और बादाम जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपने खाने में शामिल करे। इन खाद्य पदार्थों को आपने भोजन में शामिल करने से आपका पाचन अच्छा रहेगा।

               9: वसायुक्त खाद्य पदार्थों से बचें

वसायुक्त खाद्य पदार्थ कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को पैदा करता है। क्यों की वसायुक्त खाद्य पदार्थ को पचने में बहुत समय लगता है। पूरी तरह से वसायुक्त खाद्य पदार्थों को खाना न छोड़े क्यों की वसा भी आपके शरीर के लिए जरुरी है। इस लिए इसे कम और संतुलित आहार के साथ खाए

         10: विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं

ब्रोकोली, टमाटर, कीवी फल और स्ट्रॉबेरी जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएँ। खूब सरे रंगीन फल और सब्जियों को खाएं जिससे मल अच्छे से साफ हो सके।     
               11: अपने आहार में मसाले मिलाये

अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक या धनिया जैसे विभिन्न मसाले मिलकर अपने भोजन का स्वाद बढ़ाये। यह सभी मसाले केवल आपके भोजन को भी नहीं स्वाद देता है बाकि आपके पाचन को भी अच्छा रखता है।               

               12: समय से भोजन करे

अच्छे पाचन के लिए रोज़ एक ही समय में खाना खाएं। समय से खाना खाने से पाचन तंत्र पर अच्छा असर पढ़ता है और एसिड भी नहीं बनता है।
              13: स्वस्थ वजन बनाए रखें

मोटापा या अधिक वजन होने से हार्ट्बर्न और गैस जैसे पाचन समस्यां पैदा होती है। इस के लिए अपने चिकित्सक से मिले और वजन कम रखने के लिए सलहा ले।        

                 14: बिना चर्बी का मांस खाए

जिन लोगो को नॉन वेज बहुत ज्यादा पसंद है उन्हें कम वसा वाला मांस खाना चाहिए क्यों की मांस को बहुत ज्यादा समय लगता है पचने में।

                        15: शौचालय जाएँ

आप शौचालय में जाने का सोच रहे है तो तुरंत जाइये क्यों की मलमूत्र को हटाने में देरी होने से और परेशनी होगी और इससे पेट में दर्द भी होगा, इस लिए जब भी आपको शौचालय जाना हो तो तुरंत जाएँ देर न करे।

               16: नियमित रूप से व्यायाम करे

हर रोज व्यायाम करने से पाचन बहुत अच्छा रहत है। रोज़ व्यायाम करने से आपका मटैबलिज़म अच्छा राटा है और आपके रक्त प्रवाह में सुधार करता है।

             17: अपने आहार सिमित रखे

सीमा से परे भोजन करने से पाचन में परेशनी होती है। इसलिए हमेशा कम भोजन करे।

                    18: तनाव कम करें

लगातार पाचन समस्याओं का कारण तनाव हो सकता है। तनाव आपके पाचन तंत्र पर बहुत बुरा असर डालता है। इसलिए, आलोम विलोम और मेडटैशन जैसे व्यायाम का अभ्यास करके अपने तनाव को नियंत्रित करे।
           
                       19: प्रोबायोटिक्स

रोज़ एक कटोरी लो फैट दही खाए। दही में प्रोबायोटिक्स होते है जो आपके पाचन को अच्छा रखते है।                     
                20: देर रात भोजन करने से बचें

हमरा पाचन तंत्र शाम को धीमा हो जाता है। जिससे हमारे पेट में पाचन रसायन बनाने लगता है इस लिए देर रात खाना खाने से हमारा पाचन बिगड़ जाता है।                  

Tips for easy way of reduce fat from belly.

Hello friends, 
       There are some easy tips for reduce
Fat from ur belly & look like awsome.

 कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि आप “डाइट” पर जाए बिना अपने वजन को कम कर सकते हैं। बस आपको अपने जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की आवश्‍यकता है।
     डाइट” पर जाए बिना वजन कम करने में मदद करने के लिए इन सरल, दर्द रहित योजनाओं में से एक या एक से अधिक विधि अपनाएं।
  
                      हर दिन नाश्ता करें

बहुत से लोग सोंचते हैं कि नाश्ता नहीं करना कैलोरी कम करने का अच्छा तरीका है, लेकिन वे आमतौर पर दिन भर में अधिक खाते हैं। “अध्ययन दर्शाते हैं कि, नाश्ता करने वाले लोगों की बीएमआई नाश्ता न करने वालों की तुलना में कम होती है और वे स्कूल में या बोर्डरूम में बेहतर प्रदर्शन करते हैं।” अपने दिन की त्व्रित और बेहतरीन शुरुआत के लिए एक कटोरा सिर्फ अनाज के साथ फल और कम वसा वाले दुग्धी पदार्थ ले सकते हैं।

                         अपना भोजन चबाएं

★ 20 मिनट का एक टाइमर सेट करें और खुद को देखें कि आप कितनी धीमे खाना खाते हैं। यह जटिल डाइट योजना के बिना वज़न कम करने के अभ्यास की मुख्य आदतों में से एक है। प्रत्येक बाइट को काटिये स्वाद लीजिये जब तक घंटी बजने न लगे

★ अधिक नींद, कम वजन-मिशिगन विश्‍वविद्यालय के शोधकर्ता, जो 2,500 कैलोरी प्रति दिन कम करते हैं, के अनुसार हर रात एक घंटा ज्‍यादा सोना व्‍यकित को एक साल में 14 पाउंड वजन कम करने में मदद कर सकता है। इससे पता चलता है कि आप निष्क्रिय गतिविधियों- जैसे बेकार के स्‍नैक्‍स खाने- की जगह सो कर बिना कुछ किये 6 प्रतिशत कैलोरी कम कर सकते हैं।

                  अधिक सब्जियां खाएं

आज रात के खाने के साथ सिर्फ एक के बजाय तीन सब्जियां सर्व करें, और आप वास्तव में कोशिश करे बिना अधिक खा लेंगे। अधिक विविधता लोगों को अधिक खाना खाने के लिये प्रेरित करती है – और अधिक फल और सब्जियां खाना वजन कम करने का एक शानदार तरीका है।

                            सूप पीजिये

भोजन की शुरुआत में सूप लें, क्योंकि यह आपकी भूख को नियंत्रित रखता है और खाना खाने की क्रिया को धीमा कर देता है। क्रीम युक्‍त सूप नहीं लें, यह वसा और कैलोरी में उच्च हो सकता है।

         अपने पुराने स्‍किन टाइट कपड़ों को देखें

एक पुरानी पसंदीदा पोशाक, स्कर्ट, या जींस को सामने टांग- दें और उन्‍हें हर रोज देखें। इस पर अपनी आंखें लगायें रखें। ऐसा आइटम चुनें जो थोड़ा छोटा हो, ताकि बहुत जल्‍द आप उसे एक इनाम समझ कर पहन सकें। अपने अगले छोटे लक्ष्‍य के लिये, पिछले साल की कॉकटेल ड्रेस निकालें।

      पिज्जा का एक बेहतर स्लाइस बनाएँ

पिज्‍जा के ऊपर सजाने के लिये मीट के बजाये सब्जियां चुनें और इससे आप अपने भोजन से100 कैलोरी कम कर सकते हैं।

          एक लंबे, पतले गिलास का प्रयोग करें      


 बिना डा‍इटिंग के तरल पदार्थों से मिलने वाली कैलोरी को कम करने के लिये छोटे और चौड़े गिलास की जगह एक लंबे, पतले गिलास का प्रयोग करें। आप रस, सोडा, शराब, या कोई भी अन्य पेय 25% से 30% कम पियेंगे।

          दिन की शुरुआत करें नींबू पानी से

अपने दिन की शुरुआत नींबू पानी से करें। क्योकि पेट पर जमा अतिरिक्‍त चर्बी को कम करने का यह कारगर घरेलू उपाय है। गुनगुने पानी में नींबू का रस और थोड़ा सा नमक मिला लें। हर रोज सुबह इसका सेवन करने से आपका मेटाबॉलिज्‍म दुरुस्‍त रहता है और साथ ही आपको वजन कम करने में भी मदद मिलती है

                    दिन में खूब पानी पियें


पेट की चर्बी कम करने के लिए आपको दिन में खूब पानी पीना चाहिए। यह बेहद कारगर उपाय है। नियमित अंतराल पर पानी पीते रहने से आपका पेट भी ठीक रहता है और चर्बी भी दूर करता है और आपके शरीर से विषैले पथार्थों को बी बहार निकालता है और आपका शरीर स्‍वस्‍थ रहता है


             सुबह-सुबह कच्‍चा लहसुन खायें


सुबह-सुबह रोजाना लहसुन की दो तीन कलियां चबाना और ऊपर से नींबू पानी पीना आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इससे वजन कम करने की आपकी प्रक्रिया दोगुनी हो जाएगी। इसके साथ ही आपके शरीर में रक्‍त प्रवाह भी सुचारू हो जाएगा


              क्रेनबेरी का जूस भी बहुत फायदा करता है

क्रेनबेरी के जूस में ऑर्गेनिक एसिड काफी मात्रा में होता है, जो हमारे डायजस्टिव एंजाइम्‍स पर सकारात्‍मक असर डालता है। यह एंजाइम हमारे शरीर में जमा अतिरिक्‍त वसा को समाप्‍त करने का काम करता है।


                          फैट्स लें

जानकर ताज्जुब होगा लेकिन बेली फैट्स कम करने के लिए ओमेगा 3 फैट्स वाली डाइट बहुत फायदेमंद है। मछली, अखरोट आदि में ओमेगा 3 फैट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो चर्बी को कम करने में मदद करते हैं।


                    भरपूर विटामिन C लें

अगर आप बहुत अधिक स्ट्रेस में रहते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। विटामिस सी युक्त डाइट के सेवन से शरीर में कोर्टिसोल नियंत्रित हो सकता है। इसमें कार्निटाइन नामक तत्व भी पाया जाता है जो शरीर के फैट्स को बर्न करने में सहायक है। संतरे, शिमलामिर्च, टमाटर, नींबू व अन्य साइट्रस फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मिलता है।


                           अच्छी नींद लें

रात में देर तक जग कर काम करते हैं तो अब ये आदत छोड़ दें। समय से सो जाएं और भरपूर नींद लें क्योंकि जब आप थके होते हैं तो आपके शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन बनते हैं जो आपके मीठा खाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। साथ ही, कम सोने से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। शरीर के लिए रोज सात घंटे की नींद जरूरी है इसलिए सात घंटे की नींद लें और फिट रहें।

                            बादम का सेवन                 


         रोज बादाम का सेवन आपका वजन घटा सकता है। पुरड्यू यूनिव‌र्सिटी के शोध की मानें तो बादाम में मौजूद विटामिन ई और मोनोसैचुरेटेड फैट्स न सिर्फ शरीर में मौजूद सैचुरेटेड फैट्स को कम करने में मदद करता है बल्कि ओवर डाइटिंग से भी बचाता है। रोज हल्के भुने बादाम का सेवन बेहतरीन नाश्ता है जिसे लेने के बाद दिनभर स्नैक्स खाने का मन नहीं करता है, वहीं यह शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।

                          पैदल चलना

सुबह-शाम की सैर सबसे ज्यादा लाभकारी है। आपको कमर और पेट के आसपास की चर्बी को दूर करने के लिए चाहिए कि रोजाना सुबह उठकर कुछ देर सैर पर जाएं और रात के खाने के बाद भी सैर करना न भूलें। प्रतिदिन कम से कम 2 किलोमीटर चलें। इससे आप अतिरिक्त कैलोरी को आसानी से कम कर पाएंगे और पेट-कमर की अतिरिक्त चर्बी को भी कम किया जा सकता है। उपरोक्त उपायों को अपनाकर तोंद को कम किया जा सकता है।

       अपने भोजन में ये पदार्थ ज्यादा शामिल करें


नींबू

जामफ़ल (अमरुद)

अंगूर

सेवफ़ल

खरबूजा

जामुन

पपीता

आम

संतरा

पाइनेपल

टमाटर

तरबूज
बैर

स्ट्राबेरी



        सब्जीयां जिनमें नहीं के बराबर केलोरी होती है

पत्ता गोभी

फ़ूल गोभी

ब्रोकोली

प्याज

मूली

पालक

शलजम

सौंफ़

लहसुन

Tips for stay healthy in winter

Hello friends,
       I'll be share with u some tips for stay healthy in winter.hope u like it.

                  हर मौसम में फायदेमंद है बादाम 

● कुछ फल प्रत्येक मौसम में सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। इन फलों में बादाम भी प्रमुख है। गर्मी हो या सर्दी, हर मौसम में बादाम का उपयोग लाभप्रद है। यह कच्चा हो या पका हुआ, हर तरह से इसका सेवन फायदेमंद है। बादाम पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
● बादाम में वसा, प्रोटीन और विभिन्न तरह के विटामिन और खनिज होते हैं, जो इसे चॉकलेट, केक और बिस्किट की तरह खाने योग्य बनाते हैं। बादाम खाने से हृदय की रक्त वाहिकाएं स्वस्थ रहती हैं। बादाम से भरपूर भोजन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। छिलकों के साथ बादाम खाना फायदेमंद रहता है पर इनकी मात्रा संतुलित ही रखनी चाहिए। क्षमता से अधिक मात्रा में खाने पर ये अक्सर हजम नहीं होते और पेट खराब हो जाता है।

● बादाम का सेवन कोलेस्ट्रॉल और सूजन को कम करता है। अकुंरित बादाम भिगोए हुए बादाम के मुकाबले ज्‍यादा स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक होता है। बादाम स्तनों में दुग्ध वृद्धि करता है। कब्ज एवं आंतों के दर्द से निजात पाने के लिए बादाम और अंजीर एक साथ खाएं। बादाम कफ के साथ आने वाले खून को बंद करता है

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          सर्दी में अमरूद खाने के हैं कई फायदे

● सर्दियों के मौसम में अमरूद का इस्तेमाल सेहत के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। अमरूद में कई तरह के विटामिन मिलते हैं जो शरीर को सेहतमंद बनाए रखने में मदद करते हैं। अमरूद दिल संबंधी रोगों में लाभ पहुंचाता है।
● दिल संबंधी बीमारियों के इलाज में अमरूद कारगर है। खाने के साथ अमरूद की चटनी और खाने के बाद इसका मुरब्बा तीन महीने तक खाने से दिल संबंधी रोगों में लाभ होता है। इससे रक्त संबंधी विकार भी दूर होते हैं।
● अगर आपके दांत में दर्द रहता है तो अमरूद के पत्तों को पानी में उबाल लें। फिर पत्तों को अलग कर लें और इस पानी को ठंडा करके इसमें फिटकरी मिला लें, इससे कुल्ला करने पर दांतों का दर्द कम होता है।
● अमरूद को खाने से रक्त में शुगर का स्तर कम होता है। साथ ही अमरूद का अर्क रोजाना सुबह-शाम लेने से पाचन संबंधी विकार दूर होते हैं।

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        मूली में छिपा है अच्छी सेहत का राज

●  यदि आप नियमित रूप से खाने में मूली का इस्तेमाल करते हैं तो यह कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद है। मूली कई बीमारियों को ठीक करने में कारगर है। सर्दियों के मौसम में मूली आसानी से उपलब्ध होती है।

●  किसी कीड़े के काट लेने से होने वाली जलन असहनीय होती है। अगर वक्त पर उस पर दवाई ना लगाई जाएं तो इंफेक्शन बढ़ भी सकता है। लेकिन मूली आपको इससे बचा सकती है। मूली कीड़े के काटने से होने वाली जलन, खुजली और दर्द को दूर करती है।

●  मूली में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो आपकी स्किन को डैमेज होने से बचाते हैं। मूली आपको जवां बनाएं रखने में मदद करती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी, फॉस्फोरस और जिंक से स्किन लंबे वक्त तक फ्रेश रहती है।

● मूली आपकी बॉडी में से सभी विषैले तत्वों को बाहर कर देती है, जिसके परिणामस्वरूप आपकी स्किन क्लीन होने लगती है। इसके अलावा स्किन की क्लिनिंग के लिए मूली को क्रश करके स्किन पर लगाना चाहिए।

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             ठंड में संभाल के रखें दिल

●  पारा गिरने के साथ दिल के मरीजों की दिक्कतें बढ़ने लगीं हैं। चिकित्सकों के मुताबिक सर्दी के मौसम में हार्टअटैक का खतरा सामान्य दिनों की अपेक्षा कई गुना तक बढ़ जाता है। सर्दी के मौसम में खून गाढ़ा हो जाने के कारण शरीर में रक्त का संचार सही तरके से नहीं हो पाता। ऐसे में दिल के रोगियों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है।

● डॉक्टरों के मुताबिक अगर पहली बार अटैक आया है तो मरीज को पांच घंटे के भीतर या इससे भी पहले उपचार मिल जाना चाहिए। दूसरी बार अटैक में चार और तीसरी बार में तीन घंटे के भीतर उपचार मिल जाना चाहिए। अमूमन देखा गया है कि मरीज को अस्पताल तक आने में ही एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है और कई बार उसके इस बात की जानकारी ही नहीं होने पर कई घंटे लग जाते हैं।

●  दिल की बीमारी से बचने के लिए नियमित रूप से कम से कम दो घंटे तक व्यायाम करें। शरीर के वजन को कंट्रोल में रखने की कोशिश करें। शाकाहारी बनें, हरी सब्जियां, सलाद का सेवन करें। तीन बार खाना खा सकते हैं, लेकिन कंट्रोल रखें। सर्दी में गर्म कपड़े पहनें, ब्लड प्रेशर कम न होने दें। नियमित जांच कराएं, दिक्कत होने पर डॉक्टर के पास पहुंचें। सर्दी में पाचन क्रिया शिथिल रहती है, इसलिए हल्का भोजन लें। जंक फूड या फिर चिकनाई युक्त खाना खाने से बचें।


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                 गुणों का खजाना गाजर

● गाजर में ढेरों औषधीय गुण छिपे हुए हैं। चिकित्सकों के मुताबिक गाजर गरम तथा तर होने के कारण यह पेशाब लाने वाली, कफ निकालने वाली, दिमाग को बल देने वाली, वीर्यवर्धक तथा मन को प्रसन्न रखने वाली होती है। गाजर को कच्चा तथा उबालकर सेवन करने से शरीर पुष्ट होता है।

●  गाजर शरीर से गंदे पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। और तो और, अल्सर जैसी खतरनाक बीमारी में भी गाजर फायदा करती है। कमजोरी से अगर आपको चक्कर आते हों तो गाजर खाना आपके लिए संजीवनी बूटी का काम करेगा।

● गाजर में विटामिन प्रचुर मात्रा में होता है। इसमें एक विशेष गुण यह रहता है कि इसके सेवन से नवीन रक्त का निर्माण शीघ्रता एवं प्रचुरता के साथ होता है। इसलिए यह प्रकृति-प्रदत्त उत्तम टॉनिक का कार्य भी करती है। इससे रक्त में कैंसर के कोष विकसित नहीं हो पाते। गाजर के जूस का कुछ दिनों तक सेवन करते रहने से खांसी, दमा, पेशाब की जलन तथा पथरी से पीड़ित व्यक्तियों को लाभ मिलता है। गाजर के पाक तथा मुरब्बे का सेवन करने से शरीर पुष्ट बनता है।

●  हमारी स्वदेशी चिकित्सा पद्धति में आयुर्वेद गाजर को यौन शक्तिवर्धक टॉनिक मानती है। गाजर और मूली के रस को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर नियमित पीते रहने से लिंग की दुर्बलता दूर होने के साथ यौन शक्ति में अत्यन्त लाभ होता है। दुबले एवं शुक्र दौर्बल्य से पीड़ित व्यक्तियों के लिए यह प्रकृति प्रदत्त बेहतरीन तोहफा है। ऐसे व्यक्तियों को गाजर का पाक या खीर कुछ दिनों के लिए लगातार सेवन करना चाहिए। शहद में तैयार किया गया गाजर का मुरब्बा अत्यंत कामोत्तेजक होता है।

● बच्चों के दांत निकलने के समय गाजर के रस को पिलाते रहने से दांत आसानी से निकल जाते हैं तथा दूध भी उचित रूप से हजम होने लगता है। बच्चा जब चलने के लायक हो जाए तो उसे गाजर और संतरे का रस मिलाकर देने से वह ताकतवर बनकर शीघ्रता से चलने लगता है। गाजर के रस का पान हमेशा दोपहर में ही करना अत्यधिक लाभप्रद होता है। हमेशा ताजा गाजरों का ही रसपान करना चाहिए। रसपान के तुरन्त बाद या पहले भोजन नहीं करना चाहिए।

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Who are very useful of our health.

        रक्त बनाने वाला प्राकृतिक परमाणु गेहूँ का ज्वारा



गेहूँ का ज्वारा अर्थात गेहूँ के छोटे-छोटे पौधों की हरी-हरी पत्ती, जिसमे है शुद्ध रक्त बनाने की अद्भुत शक्ति. तभी तो इन ज्वारो के रस को "ग्रीन ब्लड" कहा गया है. इसे ग्रीन ब्लड कहने का एक कारणयह भी है कि रासायनिक संरचना पर ध्यानाकर्षण किया जाए तो गेहूँ के ज्वारे के रस और मानव मानव रुधिर दोनों का ही पी.एच. फैक्टर 7.4 ही है जिसके कारण इसके रस का सेवन करने से इसका रक्त में अभिशोषण शीघ्र हो जाता है, जिससे रक्ताल्पता(एनीमिया) और पीलिया(जांडिस)रोगी के लिए यह ईश्वर प्रदत्त अमृत हो जाता है. गेहूँ के ज्वारे के रस का नियमित सेवन और नाड़ी शोधन प्रणायाम से मानव  शारीर के समस्त नाड़ियों का शोधन होकर मनुष्य समस्त प्रकार के रक्तविकारों से मुक्त हो जाता है. गेहूँ के ज्वारे में पर्याप्त मात्रा में क्लोरोफिल पाया जाता है जो तेजी से रक्त बनता है इसीलिए तो इसे प्राकृतिक परमाणु की संज्ञा भी दी गयी है. गेहूँ के पत्तियों के रस में विटामिन बी.सी. और ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.


गेहूँ घास के सेवन से कोष्ठबद्धता, एसिडिटी , गठिया, भगंदर, मधुमेह, बवासीर, खासी, दमा, नेत्ररोग,म्यूकस, उच्चरक्तचाप, वायु विकार इत्यादि में भी अप्रत्याशित लाभ होता है. इसके रस के सेवन से अपार शारीरिक शक्ति कि वृद्धि होती है तथा मूत्राशय कि पथरी के लिए तो यह रामबाण है. गेहूँ के ज्वारे से रस निकालते समय यह ध्यान रहे कि पत्तियों में से जड़ वाला सफेद हिस्सा काट कर फेंक दे. केवल हरे हिस्से का ही रस सेवन कर लेना ही विशेष लाभकारी होता है. रस निकालने के पहले ज्वारे को धो भी लेना चाहिए. यह ध्यान रहे कि जिस ज्वारे से रस निकाला जाय उसकी ऊंचाई अधिकतम पांच से छः इंच ही हो.
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               जामुन : मौसम का सेहतमंद फल

◆ मुंह में छाले होने पर जामुन का रस लगाएं।
◆ भूख न लगती हो तो कुछ दिनों तक भूखे पेट जामुन का सेवन करें।
◆ जामुन पत्तों की भस्म को मंजन के रूप में उपयोग करने से दाँत और मसूड़े मजबूत होते हैं।
◆ जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। इस पावडर को फाँकने से मधुमेह में लाभ होता है तथा इस पावडर में थोड़ा-सा गाय का दूध मिलाकर मुंहासों पर रात को लगा लें, सुबह ठंडे पानी से मुंह धो लें। कुछ ही दिनों में मुंहासे मिट जाएंगे।
◆ कब्ज और उदर रोग में जामुन का सिरका उपयोग करें। जामुन का सिरका भी गुणकारी और स्वादिष्ट होता है, इसे घर पर ही आसानी से बनाया जा सकता है और कई दिनों तक उपयोग में लाया जा सकता है।

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     नारियल पानी पीने के स्वास्थवर्धक गुण

◆ अगर आप दस्त से परेशान है, तो नारियल पानी का सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा, यह आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। नारियल पानी में एमिनो एसिड, एंजाइमस्, डाइटेरी फाइबर, विटामिन सी और कई मिनरल जैसे पोटेशियम, मैग्नीशियम और मैंगनीज पाए जाते हैं। साथ ही, इसका सेवन आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल और क्लोराइड को भी कम करता है।

◆ पानी की कमी पूरी करे देश में, आज भी कई ऐसे प्रांत मौजूद है, जहाँ चिकित्सा की सुविधाएँ उपलब्ध नहीं है। यहाँ, हाइड्रेशन के कारण गंभीर रुप से बीमार हुए मरीजों को नारियल पानी पीलाया जाए, तो यह उनके शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में लाभदायक साबित होगा।

◆ मोटापा न बढाए क्योंकि इस में फैटस की मात्रा बहुत कम है, जिसके कारण यह आपका मोटापा भी कम कर सकता है और तृप्त महसूस कराता है। इसका सेवन, खाना खाने की इच्छा को भी कम करता है।

◆ नारियल पानी का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिये बहुत लाभदायक है। इस में मौजूद पोषक तत्व, शरीर में शक्कर के स्तर को नियंत्रित रखते हैं। जो मधुमेह के रोगियों के लिये बहुत जरुरी है।

◆ फ्लू और दाद, दोनों शरीर में वायरल इन्फेक्शन से होने वाली बीमारियाँ हैं। अगर कोई व्यक्ति इन बीमारियों की चपेट में आ गया है, तो नारियल पानी में मौजूद एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण इस बीमारी से लडने में मदद करेंगे।

◆ पोटेशियम से भरपूर नारियल पानी आपको सेहतमंद बनाता है। साथ ही, इसका सेवन हाइपर्टेंशन और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है।

◆ नारियल पानी में मौजूद मिनरल, पोटेशियम और मैग्नीशियम गुर्दे में होने वाली पथरी के खतरे को कम करते हैं।

◆ अगर आप हर रात, दो से तीन हफ्तों के लिये, अपने मुँहासों, धब्बों, झुर्रियों, स्ट्रैच माक्स, सेल्युलाईट और एक्जिमा पर नारियल पानी लगाएँगे, तो आपकी त्वचा बहुत साफ हो जाएगी।

◆ कई प्रयोगशालाओं में यह भी पाया गया है कि नारियल पानी के कुछ संयुक्त पदार्थ जैसे सेलनियम में एंटी आॉक्सीडेंट गुण मौजूद है, जो कैंसर से लडने में मदद करते हैं।

◆ स्वाभाविक रुप से नारियल पानी में कई बायोएक्टिव एन्जाइमस् जैसे एसिड फॉस्फेट, कटालेस, डिहाइड्रोजनेज, डायस्टेज, पेरोक्सडेस, आर एन ए पोलिमेरासेस् आदि पाए जाते हैं। ये एनेजाइमस् पाचन और चयापचय क्रिया में मदद करते हैं।

◆ नारियल पानी में बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन के राइबोफ्लेविन, नियासिन, थियामिन, पैरिडोक्सिन और फोलेट्स जैसे तत्व मौजूद है। मानव शरीर को इन विटामिन की आवश्कता होती है और इन्हें पूरा करने के लिए उसे अन्य पदार्थों पर निर्भर होना पडता है।

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                    कड़ी पत्ते के फायदे



कड़ी पत्‍ता या फिर जिसको हम मीठी नीम के नाम से भी जानते हैं, भोजन में डालने वाली सबसे अहम सामग्री मानी जाती है। यह खास तौर पर साउथ इंडिया में काफी पसंद किया जाता है। अक्‍सर लोग इसे अपनी सब्‍जियों और दाल में पड़ा देख, हाथों से उठा कर दूर कर देते हैं। पर आपको ऐसा नहीं करना चाहिये। कड़ी पत्‍ते में कई मेडिकल प्रोपर्टी छुपी हुई हैं। यह हमारे भोजन को आसानी से हजम करता है और अगर इसे मठ्ठे में हींग और कुडी़ पत्‍ते को मिला कर पीया जाए तो भोजन आसानी से हजम हो जाता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में और भी महत्‍वपूर्ण बातें-

◆ अगर आप अपने बढ़ते हुए वजन से परेशान हैं और कोई उपाय नहीं सूझ रहा है। तो रोज कुछ पत्‍तियां कड़ी नीम की चबाएं। इससे आपको अवश्‍य फायदा होगा। 

◆ कड़ी पत्‍ता हमारी आंखों की ज्‍योती बढाने में भी काफी फायदेमंद है। साथ ही यह भी माना जाता है कि यह कैटरैक्‍ट जैसी भंयकर बीमारी को भी दूर करती है। 
◆ अगर आपके बाल झड़ रहें हों या फिर अचानक सफेद होने लग गए हों तो कड़ी पत्‍ता जरुर खाएं। अगर आपको कड़ी पत्‍ता समूचा नहीं अच्‍छा लगता तो बाजार से उसका पाउडर खरीद लें और फिर उसे अपने भोजन में डाल कर खाएं। 

◆ अगर डायबी‍टीज रोगी कड़ी के पत्‍ते को रोज सुबह तीन महीने तक लगातार खाएं तो फायदा होगा। इसके अलावा अगर डायबीटीज मोटापे की वजह से हुआ है, तो कड़ी पत्‍ता मोटापे को कम कर के मधुमेह को भी दूर कर सकता है। 

◆ सिर्फ कड़ी पत्‍ता ही नहीं बल्कि इसकी जड़ भी काफी उपयोगी होती है। जिन लोगों की किड़नी में दर्द रहता है, वह अगर इसका रस पिएं तो उन्‍हें अवश्‍य फायदा होगा।

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                          सुगंधित गुलाब

◆ जड़े पेट के अल्सर, रिकेट्स और दस्त में उपयोगी होते है।
पत्तियाँ घाव और बवासीर के इलाज में उपोयगी होती है।
फूलों का उपयोग अस्थमा, उच्च रक्तचाप, दस्त, खासी, बुखार, अपच, अनिद्रा, घबराहट और तनाव के उपचार में किया जाता है।

◆ गुलाब का उपयोग क्रीम, लोशन और अन्य कास्मेटिक उत्पाद बनाने के लिए किया जाता है।


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Information about Iodine in diet.

Hi friends I want to share about u
Some information regarding diet which
Vitamins & minerals are good for health.



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For example:-
                                                                       आयोडीन

1.आयोडीन थायरॉइड ग्रंथि की कार्यविधि के लिए आवश्यक है जो शक्ति का निर्माण करती है, हानिप्रद कीटाणुओं को मारती है और इसके हार्मोन्स थॉयरॉक्सीन की कमी को पूरा करते हैं।

2.आयोडीन की कमी से गर्दन के नीचे थायरॉइड की सूजन हो सकती है और हार्मोन का उत्पादन बन्द हो सकता है जिससे शरीर के सभी संस्थान अव्यवस्थित हो जाएंगे। इसकी कमी से मन्द मानसिक प्रतिक्रियाएं, धमनियों का कड़ापन और मोटापन हो सकता है।

3.आयोडीन मन और तन को शान्त करती है, तनाव कम करती है, मस्तिष्क को सतर्क रखती है और बाल, नाखून, दांत और त्वचा को सर्वोत्तम हालत में रखती है।



4.यद्यपि पूरे शरीर में केवल 10-12 मिलीग्राम आयोडीन होता है किंतु इसके बिना जीवित रहना सम्भव नहीं है। आयोडीन कोलेस्ट्रॉल की रासायनिक संश्लेषण में सहायता करता है और धमनियों में कोलेस्ट्रॉल चर्बी को भी डालता है।
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5.अधिक मात्रा में आयोडीन वाले आहार हैं- मूली, शतावर, गाजर, टमाटर, पालक, आलू, मटर, खुंबी, सलाद, प्याज, केला, स्ट्राबेरी, समुद्र से प्राप्त होने वाले आहार, अण्डे की जर्दी, दूध, पनीर और कॉड-लीवर तेल।




Information about Iron

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