*पिसी हल्दी, नमक व सरसो का तेल मिलाकर पेस्ट सा बना कर उसे डिब्वे में रख ले सुबह इस पेस्ट को ब्रुश अथवा उगली के द्वारा दाँतों व मसूड़ों पर लगा लें थोड़ी देर लगा कर रखे फिर बाद में कुल्ला कर लें|
*नींबू के छिलकों पर थोड़ा-सा सरसों का तेल डालकर लगाने से मसूढ़े मजबूत होते हैं, हर प्रकार के जीवाणुओं तथा पायरिया आदि रोगों से बचाव होता है।
*जामफल के पत्तों को अच्छी तरह चबाकर उसका रस मुँह में फैलाकर, थोड़ी देर तक रखकर थूक देने से अथवा जामफल की छाल को पानी में उबालकर उसके कुल्ले करें।
* हींग को मौसमी के रस में डुबोकर दर्द की जगह पर रखें, मौसमी न होने पर हींग में नींबू भी मिलाया जा सकता है।
*तिल के तेल में पीसा हुआ नमक मिलाकर उँगली से दाँतों को रोज लगाएं|
* लौंग सभी बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता हैं। ऐसे में लौंग को दर्द की जगह पर रखना चाहिए, लेकिन इसमें दर्द कम होने की प्रक्रिया थोड़ी धीमी होती है इसलिए इसमें धैर्य रखना चाहिए ।
*जामुन के वृक्ष की छाल के काढ़े के कुल्ले करने से मसूढ़ों की सूजन मिटती है व हिलते दाँत भी मजबूत होते हैं।
*प्याज में कुछ ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो बैकटीरिया को नष्ट कर देते हैं प्याज के टुकड़े को दांत के पास रखें अथवा चबाएं।
*10 ग्राम बायविडंग और 10 ग्राम सफेद फिटकरी थोड़ी कूटकर तीन किलो पानी में उबालें। एक किलो बचा रहने पर छानकर बोतल में भरकर रख लें,दिन में 2-3 बार इस पानी से कुल्ला करने से दो दिन में ही आराम आ जाता है।
*अमरूद के पत्ते के काढ़े से कुल्ला करें। पतीले में पानी में अमरूद के पत्ते डालकर इतना उबालें कि वह पानी उबाले हुए दूध की तरह गाढ़ा हो जाए।
*एक फांक लहसुन को सेंधा नमक के साथ पीसकर दर्द की जगह पर लगायेंगे तो आपको दर्द में आराम मिलेगा।
*नीम के पत्तों की राख में कोयले का चूरा तथा कपूर मिलाकर रोज रात को सोने से पहले लगाएं।
*सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर लगाएं, दुर्गन्ध एवं रक्त बंद होकर दाँत मजबूत होते हैं|
*भोजन अथवा अन्य किसी भी पदार्थ को खाने के बाद अच्छी तरह से कुल्ला जरूर करें तथा गर्म वस्तु के तुरंत पश्चात् ठण्डी वस्तु का सेवन न करें।
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