सात अचूक उपाय जो जीवन में हर लक्ष्‍य तक पहुंचाय

 
■ खुश रहना कोई लक्ष्य नहीं है। बल्कि यह जानना जरूरी है कि आखिर किस चीज से आपको खुशी होती है। इस बारे में अपना नजरिया साफ रखें। किसी खास बिंदु पर अपनी नजर रखें। मान लीजिए, आप फिटनेस हासिल करना चाहते हैं।  लेकिन, आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि आखिर आपकी नजर में फिटनेस का अर्थ क्या है। क्या पांच-सात किलो वजन कम करना आपके लिए काफी होगा या आप शारीरिक शक्ति बढ़ाना चाहते हैं या किसी खास ड्रेस में फिट आना आपका लक्ष्य है या फिर मैराथन के लिए फिट होना आपका लक्ष्य है। कहने का अर्थ यह है कि आपको अपनी खुशी के बारे में सटीक और पिन प्वांइट जानकारी होनी चाहिए।

 ■ कुछ सीखने और जानने के लिए हर बार घर से बाहर निकलना जरूरी नहीं। इंटरनेट के इस दौर में काफी चीजें घर बैठे ही सीखी जा सकती हैं। कामयाब लोगों के बारे में पढ़ें और देखें उन्होंने अपने जीवन में कामयाबी कैसे पाई। ऐसे लोगों के बारे में जानकारी हासिल करना, जिन्होंने जीवन में वही हासिल किया है, जो आपका लक्ष्य है। इससे आपको चरणबद्ध कामयाबी हासिल करने में मदद मिलेगी। अच्छा रहेगा अगर आप उन प्वाइंट्स को लिख लें इससे आपको जीवन में अपना लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।


■ यह बहुत जरूरी है। हम शुरुआत तो बहुत अच्छी करते हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में यह जुनून कहीं खो जाता है। हम अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। हमें अपनी क्षमताओं पर ही संदेह होने लगता है। हमें नाकामयाबी का डर सताने लगता है। हमें नकारे जाने और अपना लक्ष्य हासिल न कर पाने का डर सताने लगता है। हम मेहनत के कड़े रास्ते के स्थान पर शॉर्ट कट तलाशने लगते हैं। इससे आपको कामयाबी हासिल नहीं होगी। कामयाबी के लिए जुनून होना बहुत जरूरी है। जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाए, उसे छोड़ना सही नहीं है।

■ अपने आप से यह सवाल जरूर पछें। पूछें कि आपके लिए आपके लक्ष्य की क्या कीमत है। क्या आप उसे हासिल किये बिना अपना जीवन पूर्ण मानते हैं। यह केवल आपके अहम को संतुष्ट करने का सवाल नहीं है, यहां बात कुछ और है। यहां मायने रखता है कि आपकी नजरों में आपके सपने कितने मायने रखते हैं और उन्हें हासिल करने के लिए आप कितनी मेहतन कर सकते हो। यह खुद से एक मुलाकात की तरह है। इन सवालों के जवाबों के बिना शायद लक्ष्य का आनंद अधूरा ही रह जाता है।

■ नतीजे बहुत मायने रखते हैं, लेकिन इससे ज्यादा मायने रखती है वो सीख जो आपको इस पूरे सफर में मिलती है। लक्ष्य हासिल करने के दौरान आप विभ‍िन्‍न चरणों से गुजरते हैं और हर चरण आपको कुछ सिखाता है। अगर एक बार आप नाकामयाब भी हो जाएं, तो उन सीखों को कभी न छोड़ें। ये सीख जीवन भर काम आएंगी। नकारात्मक विचारों से दूर रहें। संभव हैं कि कई बार परिणाम आपके पक्ष में न आएं, लेकिन इस सफर में आपने जो सीखा है, वह हमेशा आपके साथ रहेगा।


■ अपने हक पर कायम रहें। अपने हिस्‍से की कामयाबी और उसका श्रेय किसी दूसरे व्‍यक्ति को न लेने दें। यह आपका है और आपको पूरी कोशिश करनी चाहिए कि आपसे आपका हक कोई न छीन पाये। आपको उसे हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देनी चाहिए। हो सकता है यह इतना आसान न हो, लेकिन इस दुनिया में आसानी से कुछ नहीं मिलता। उदाहरण के लिए यदि आप अपने स्‍वभाव में किसी प्रकार का सकारात्‍मक बदलाव करना चाहते हैं, तो आप अकेले के लिए यह कर पाना मुश्किल होगा। इस पर टिके रहने के लिए आपको कई प्रकार के समझौते करने पड़ सकते हैँ। विचारों का द्वंद्व आपकी नींद उड़ा सकता है। आपको अपने अहम से समझौता करना पड़ सकता है, इसके साथ ही आपका अपना दिल माफ करने लायक बड़ा बनाना होगा। यह अपने आप से की जाने वाली एक लंबी लड़ाई है, जिसे आपको रोजाना लड़ना होगा।

■ यह पूरी शिक्षा का अर्क है। जानें जो आपने सीखा है वह आपका है। आपसे वह कोई नहीं छीन सकता। भले ही आपका लक्ष्‍य न हो, लेकिन कई बार यह आपके लक्ष्‍य से भी अधिक अहम हो सकता है। आपका यह अनुभव जीवन में बेहतर इनसान बनने में मदद करेगा। यह अनुभव और उससे प्राप्‍त सीख जीवन में सबसे अधिक मायने रखती है।

लक्ष्‍य हासिल करने का सफर वास्तव में अपनी क्षमताओं और सीमाओं का आंकलन करना है। उन्‍हें बढ़ाना है। यह अपने भीतर यात्रा करने का मौका देता है। यह दोषारोपण, शिकायत और गिला-शिकवा नहीं है। नाकामयाबी का कोई बहाना नहीं होता। लक्ष्‍य तो जीवन चक्र के साथ चलते रहने का नाम है।

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