1. इसमें एंटी इंफ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं, इसका अर्क पिंपल और एक्ने से मुक्ती दिलाने के लिये बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा शरीर की रंगत निखारने में भी असरदार है।
2. इसकी पत्तियों के रस और शहद को २:१ के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है, और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।
3.शरीर की गंदगी निकल जाती है। जिससे बालों की क्वालिटी, त्वचा की कामुक्ता और डायजेशन अच्छा हो जाता है।
4. मधुमेह रोगियों के लिये भी फायदेमंद है। अगर आप रोजाना इसका जूस पिएंगे तो आपका ब्लड़ शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में हो जाएगा।
5. दो बूंदे आंखो में डालने से आंखो की रौशनी बढ़ती है और अगर कन्जंगक्टवाइटिस हो गया है, तो वह भी जल्द ठीक हो जाता है।
6. शरीर पर चिकन पॉक्स के निशान को साफ करने के लिये, इसके रस से मसाज करें| त्वचा संबधि रोग, जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स भी इसके पीने से दूर हो जाते हैं।
7. एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। इसका महीने में 10 दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर होती है ।
8. मसूड़ों से खून आने और पायरिया होने पर इसका दातुन नित्य करने से दांतों के अन्दर पाये जाने वाले कीटाणु नष्ट होते हैं। दाँत चमकीला एवं मसूड़े मजबूत व निरोग होते हैं। इससे चित्त प्रसन्न रहता है।
9. मलेरिया रोग में वाइरस के विकास को रोकता है और लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।
2. इसकी पत्तियों के रस और शहद को २:१ के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है, और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।
3.शरीर की गंदगी निकल जाती है। जिससे बालों की क्वालिटी, त्वचा की कामुक्ता और डायजेशन अच्छा हो जाता है।
4. मधुमेह रोगियों के लिये भी फायदेमंद है। अगर आप रोजाना इसका जूस पिएंगे तो आपका ब्लड़ शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में हो जाएगा।
6. शरीर पर चिकन पॉक्स के निशान को साफ करने के लिये, इसके रस से मसाज करें| त्वचा संबधि रोग, जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स भी इसके पीने से दूर हो जाते हैं।
7. एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। इसका महीने में 10 दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर होती है ।
8. मसूड़ों से खून आने और पायरिया होने पर इसका दातुन नित्य करने से दांतों के अन्दर पाये जाने वाले कीटाणु नष्ट होते हैं। दाँत चमकीला एवं मसूड़े मजबूत व निरोग होते हैं। इससे चित्त प्रसन्न रहता है।
9. मलेरिया रोग में वाइरस के विकास को रोकता है और लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।
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